: Breaking News: पहले तबादला फिर सस्पेंड… मुरैना SDM पर सीएम मोहन यादव का बड़ा एक्शन
Fri, Sep 19, 2025
MP News: विवाद में घिरे मुरैना के सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर पर बड़ा एक्शन हुआ है।
मुरैना
एमपी न्यूज़ लाइव
ब्यूरो चीफ भोपाल मध्य प्रदेश प्रवीण कुमार दुबे 8839125553
मुरैना एसडीएम सस्पेंड (फोटो सोर्स : @DrMohanYadav51)
MP News:
विवाद में घिरे के सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर पर बड़ा एक्शन हुआ है। एसडीएम अरविंद माहौर के विरुद्ध महिला से अभद्र व्यवहार और नियमविरुद्ध 6 पटवारियों के तबादले करने की गंभीर शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में सीएम मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने कमिश्नर चंबल को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।
:
Fri, Sep 19, 2025
बड़ी खबर: बदलने वाला है एमपी के इस जिले का नाम, दावा, यहां ‘सोने का अकूत भंडार!’
MP Big News: सीएम मोहन यादव ने अब बदला इस जिले का नाम्, बोले एमपी का ये जिला कहलाएगा कनकपुरी, बोले यहां अथाह सोने का भंडार मिलने की संभावना, दी करोड़ों की सौगात..
कटनी
•
एमपी न्यूज़ लाइव
ब्यूरो चीफ भोपाल मध्य प्रदेश प्रवीण कुमार दुबे 8839125553
•
CM Mohan Yadav Changed name of this district of mp called kanakpuri
MP Big News: कटनी अब कनकपुरी बनने की राह पर है। जिले में माइनिंग कॉन्क्लेव के जरिए 56 हजार करोड़ रुपए का निवेश आया है। यह निवेश न केवल उद्योगों को गति देगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। यह बात मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले के बड़वारा में सांदीपनि विद्यालय को लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान कही।
सीएम ने दी 234 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री ने कटनी को 234 करोड़ रुपए की विकास कार्यों की सौगात दी और 127 करोड़ रुपए लागत की परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कटनी जिले में कोयला, लाइमस्टोन और क्रिटिकल मिनरल्स का भंडार है। अब यहां सोना मिलने की संभावना भी है।
: जयपुर पहुंची शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स:दुनियाभर के 40 पर्यटकों का राजस्थानी परम्परा से स्वागत हुआ, सभी नाचने लगे
Thu, Sep 18, 2025
एमपी न्यूज़ लाइव
ब्यूरो चीफ भोपाल मध्य प्रदेश प्रवीण कुमार दुबे 8839125553
लग्जरी ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स इस सीजन की पहली यात्रा पर जयपुर पहुंच गई है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों के करीब 40 पर्यटक गुरुवार को गांधीनगर रेलवे स्टेशन उतरे, जहां उनका स्वागत राजस्थानी परम्परा के अनुसार तिलक लगाकर और माला पहनाकर किया गया। इस दौरान लोक कलाकारों ने कच्ची घोड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी। इसमें विदेशी सैलानी भी थिरकते नजर आए।
पर्यटकों के स्वागत के लिए स्टेशन पर हाथी को सजाकर लाया गया। हाथी ने टूरिस्ट्स पर फूलों की बारिश करते हुए स्वागत किया। पर्यटकों ने हाथी और लोक कलाकारों के साथ फोटो भी क्लिक करवाए। इसके बाद पर्यटकों को बसों के जरिए शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के भ्रमण के लिए ले जाया गया।
40 यात्रियों में से 30 पर्यटक अमेरिका से आए हैं, साथ ही अन्य देशों से भी यात्री इस यात्रा में सम्मिलित हुए हैं।
30 पर्यटक अमेरिका से आए
इस पर पैलेस ऑन व्हील्स में 40 यात्रियों में से 30 पर्यटक अमेरिका से आए हैं। साथ ही अन्य देशों से भी यात्री इस यात्रा में सम्मिलित हुए हैं। इस ट्रेन को नई दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से पर्यटन आयुक्त एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) की प्रबंध निदेशक रुक्मणी रियार ने यात्रा एवं पर्यटन उद्योग से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
इस अवसर पर रुक्मणी रियार ने कहा- पैलेस ऑन व्हील्स राजस्थान की शान है। इस वर्ष हमें बेहतरीन बुकिंग प्राप्त हुई हैं। यह ट्रेन 7 दिनों की अवधि में राजस्थान की अनूठी एवं ऐतिहासिक धरोहरों को कवर करती है, जो अपने आप में एक अद्वितीय अनुभव है।
मेहमानों का माला पहनाकर और टीका लगाकर स्वागत किया गया।
आरटीडीसी के तत्वावधान में संचालित इस ट्रेन को पिछले दो सालों से ओ एंड एम ऑपरेटर भगत सिंह लोहागढ़ की ओर से सफलतापूर्वक मैनेज किया जा रहा है। इस अवसर पर भगत सिंह ने कहा कि पैलेस ऑन व्हील्स भारत का गौरव है। यह ट्रेन न केवल हमारी विरासत और मेेहमाननवाजी का प्रतीक है। बल्कि भारतीय पर्यटन को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
गौरतलब है कि पैलेस ऑन व्हील्स इस बार 17 सितम्बर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी। यात्रा के दौरान यह ट्रेन जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर से होते हुए रविवार सुबह जैसलमेर पहुंचेगी।
26 जनवरी 1982 को शुरू हुई शाही रेल पैलेस ऑन व्हील्स का दो साल पहले निजीकरण कर दिया गया है। पहले इसके संचालन और नवीनीकरण का जिम्मा रेलवे संभालता था, लेकिन यात्रियों की घटती संख्या और लगातार घाटे के चलते अब इसकी कमान एक निजी कंपनी को सौंप दी गई है।
नया कलेवर, नया अनुभव
इस सीजन में ट्रेन को नया कलेवर दिया गया है। 41 बाथरूमों का रेनोवेशन, बायो-टॉयलेट्स की सुविधा, नए फर्नीचर और लाइटिंग के साथ-साथ स्थानीय व्यंजनों को खाने के मेन्यू में शामिल किया गया है। उद्देश्य है पर्यटकों को फिर से शाही रेल का असली शाही अनुभव दिलाना।
राजस्थान की ऐतिहासिक और लग्जरी ट्रेन ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ एक बार फिर पर्यटकों को शाही अंदाज का अनुभव करा रही है। कभी राजस्थान के राजाओं, हैदराबाद के निजामों और देश-दुनिया की बड़ी हस्तियों की पसंद रही इस ट्रेन को आज भी लग्जरी टूरिज्म का शिखर माना जाता है।
यह पुरस्कार विजेता ट्रेन अपने यात्रियों को न सिर्फ शानदार और मॉडर्न सुविधाओं से सुसज्जित केबिन मुहैया कराती है, बल्कि भारतीय मेहमाननवाजी और राजस्थानी संस्कृति की झलक भी पेश करती है। इसकी खास सिग्नेचर यात्रा पर्यटकों को बीते दौर की शान, रोमांस और वैभव का अनुभव कराती है।
जयपुर स्टेशन पर बैंड के साथ यात्रियों क स्वागत किया गया।
यात्रा के प्रमुख पड़ाव
यह ट्रेन राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक शहरों और धरोहर स्थलों से होकर गुजरती है। इसमें जयपुर (गुलाबी नगर), जैसलमेर (स्वर्ण नगरी), जोधपुर (ब्लू सिटी), उदयपुर (झीलों की नगरी) शामिल है। इसके अलावा यह ट्रेन रणथंभौर नेशनल पार्क और भरतपुर बर्ड सेंक्चुरी जैसे प्रमुख वन्यजीव स्थलों तक भी पर्यटकों को ले जाती है। राजस्थान की यात्रा के बाद पर्यटक आगरा पहुंचते हैं, जहां उन्हें प्रेम और रोमांस के प्रतीक ताजमहल का नजारा देखने का अवसर मिलता है। यात्रा का समापन राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में होता है।
यात्रियों का पारंपरिक स्वागत से लेकर राजसी भोजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, यह ट्रेन हर पड़ाव पर एक अद्वितीय अनुभव देती है। यात्रा के दौरान पर्यटक ऊंट की सवारी (जैसलमेर), रणथंभौर में साझा जीप सफारी, उदयपुर में नौका विहार और भरतपुर में रिक्शा राइड का आनंद लेते हैं।
40 पर्यटक गुरुवार को गांधीनगर रेलवे स्टेशन उतरे।
किराया और पैकेज
पैलेस ऑन व्हील्स का किराया सीजन और सीट की श्रेणी पर निर्भर करता है। टिकट की शुरुआत 6048 अमेरिकी डॉलर (लगभग 5 लाख रुपए) से होती है, जो डबल ऑक्युपेंसी और लीन सीजन (अप्रैल व सितम्बर) के लिए है। वहीं पीक सीजन (अक्टूबर से मार्च) में किराया बढ़ जाता है। मई से अगस्त के बीच इसका संचालन नहीं होता।