बम-बम भोले और ओम नमः शिवाय के जयकारों से गूंज गया मकरोनिया स्थित वैदिक वाटिका में तीन दिवसीय शिवलिंग निर्माण और महा रुद्राभिषेक
सागर/ विश्व कल्याण की कामना को लेकर मकरोनिया स्थित वैदिक वाटिका में चल रहे तीन दिवसीय महा रूद्रयज्ञ और पार्थिव शिवलिंग निर्माण के पहले दिन हजारों भक्तों ने भगवान आशुतोष के गीत गाकर मिट्टी के शिवलिंग बनाए। इसके बाद पंडित केशव गिरी जी महाराज ने शिवपुराण का वाचन किया। शिवपुराण के विराम पर भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का पांच नदियों से आए जल सहित दुग्ध; घृत; शहद; शक्कर और गंगाजल से अभिषेक कर जयकारों के बीच उन्हें संत रविदास मंदिर के पास बने तालाब में विसर्जित किया। यह आयोजन सागर सांसद डॉ लता गुड्डू वानखेड़े द्वारा लगातार तीसरे वर्ष कराया जा रहा है। ब्रह्मलीन गृहस्थ संत श्री देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के कृपा पात्र गृहस्थ संत पंडित श्री केसव गिरी महाराज द्वारा यह संपूर्ण आयोजन कराया जा रहा है। पहले दिन उन्होंने शिव महापुराण की कथा सुनाते हुए कहा कि जो भगवान शिव की शरण में समर्पित भाव से पहुंचता है भगवान शिव उसका कल्याण करते हैं। कलयुग में शिव कथा का सार बताते हुए कहा कि भगवान शिव ने शिव पुराण की कथा नंदी महाराज को सुनाई, नंदी महाराज ने यह कथा सोनकादिक मुनि को सुनाई फिर सोनकादिक मुनियों ने यह कथा व्यास जी को सुनाई और व्यास जी ने इस कथा को सूद जी महाराज को सुनाया। उन्होंने कहा कि कई पुण्य कर्म उदय होने के बाद भगवान शिव की भक्ति और कथा सुनने का अवसर मिलता है। उन्होंने कलयुग में मुक्ति के तीन साधन बताते हुए कहा कि हमको अपने जीवन में कीर्तन करना चाहिए, कथा का श्रवण करना चाहिए और ईश्वर का चिंतन करना चाहिए इसलिए हमारे लिए अपने जीवन के मार्गदर्शन के लिए शिव महापुराण की कथा का अवश्य श्रवण करना चाहिए क्योंकि यही संसार में श्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि जब शंकर भगवान ने शिव पुराण की रचना की थी तो इसमें लाख श्लोक थे लेकिन जब मानव कल्याण के लिए भगवान शंकर ने नंदी महाराज को शिव पुराण की कथा सुनाई तो चौबीस हजार स्लोक मे कथा सुनाई ,इस प्रकार शिव पुराण की कथा व्यक्ति की दिशा और दिशा बदलने वाली कथा है। कथा के प्रारंभ में सांसद डॉ लता गुड्डू वानखेड़े उनके पुत्र वैदिक वानखेडे ने सपरिवार यज्ञ स्थल पर बनाई गई वेदियो की पूजा की और श्रद्धालुओं के साथ बैठकर रुद्री निर्माण किया। कथा के पहले दिन नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और सागर महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी भी पहुंची और रुद्री निर्माण किया। कथा के समापन के पश्चात पार्थिव शिवलिंग का महा अभिषेक कराया गया उसके पश्चात सांसद डॉ लता वानखेड़े सहित समस्या श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच सिर पर कॉपर रखकर संत रविदास मंदिर के पास बने तालाब में रुद्री विसर्जन की। शाम 7:00 बजे से कवि सम्मेलन में कवियों ने श्रृंगार; वीर; हास्य रस की बरसात की। सांसद पीआरओ विपिन दुबे ने बताया पार्थिव शिवलिंग (रुद्री निर्माण) के लिए आयोजन के 1 दिन पहले ही मिट्टी की गोलियां सैकड़ो भक्तों ने काटी। इस सत्संग समारोह में जिले भर से शिव भक्तों ने अपनी उपस्थिति दी