एमपी पुलिस को लेकर एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जहां, एक चेन स्नैचइंग करने वाले एक गिरोह की गिरफ्तारी करने पहुंची दो जिलों की पुलिस आपस में भीड़ गई। दोनों जिलों की पुलिस के बीच हाथापाई होने लगी। पुलिस जवानों के बीच हाथापाई का वीडियो सामने आने के बाद आला अधिकारियों ने सफाई दी है।
अधिकारियों का कहना है कि कुछ पुलिसकर्मी सादी पोशाक में थे इसलिए भ्रम की स्थिति बनी। वायरल वीडियो के बारे में पूछे जाने पर सतना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि इस महीने के पहले सप्ताह में पन्ना और सतना जिलों में चेन स्नैचइंग की घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल वाहनों की जांच-पड़ताल के आधार पर यह पता चला है कि उत्तर प्रदेश के शामली जिले का बबरिया गिरोह इन घटनाओं में शामिल था।
सिंह ने बताया कि जांच के दौरान और शामली पुलिस की सूचना के आधार पर पता चला कि ये चेन झपटमार चित्रकूट में हैं, जहां अमावस्या के दिन भारी भीड़ जमा थी। उन्होंने कहा कि यह पन्ना और सतना जिले का संयुक्त अभियान था और इसमें करीब 50 पुलिसकर्मी शामिल थे।
अधिकारी ने कहा कि भारी भीड़ थी और एक आईपीएस अधिकारी पन्ना और सतना जिलों की 50 पुलिसकर्मियों की टीम का नेतृत्व कर रहा था। कुछ पुलिस वाले सिविल ड्रेस में थे और इससे कुछ भ्रम की स्थिति पैदा हुई हालांकि अभियान अच्छी तरह से समन्वित था। उधर, पन्ना के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने भी कहा कि यह मध्य प्रदेश पुलिस का संयुक्त अभियान था। उन्होंने कहा, “इन वीडियो से एक भ्रम पैदा किया जा रहा है। यह एक संयुक्त और अच्छी तरह से समन्वित अभियान था। सतना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। हम भी जांच कर रहे हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में, पुलिस दो चेन झपटमारों को अपने साथ ले जाने के लिए एक-दूसरे के साथ हाथापाई में शामिल देखी गई। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि गिरफ्तारी का श्रेय लेने के होड़ में ऐसा हुआ।
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