सागर I संभाग के सभी शासकीय विद्यालयों के शिक्षकों के आने की उपस्थिति एवं विद्यालय के बंद होने के समय की उपस्थिति अब सार्थक एप से दर्ज की जाएगी। साथ में कोई भी विद्यार्थी फीस के अभाव में प्रवेश एवं परीक्षा से वंचित नहीं होना चाहिए ।
उक्त निर्देश संभाग कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने शिक्षा विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक में दिए। इस अवसर पर जॉइंट कमिश्नर विनय द्विवेदी, संयुक्त संचालक संभागीय लोक शिक्षण मनीष वर्मा, डॉ. धीरेंद्र मिश्रा, सहायक संचालक आशुतोष गोस्वामी, जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन, जिला परियोजना अधिकारी गिरीष मिश्रा, मनीषा अलेक्जेंडर, जिला शिक्षा अधिकारी दमोह सुनील कुमार नेमा सहित समस्त जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, परियोजना अधिकारी जिला शिक्षा केंद्र सहित समस्त शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
शिक्षा विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक में संभाग कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोई भी विद्यार्थी फीस के अभाव में प्रवेश एवं परीक्षा से वंचित नहीं होना चाहिए और यदि ऐसा होता है तो संबंधित जिला का जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी दोषी माने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति समय पर हो इसके लिए सभी शिक्षक अब सार्थक एप से अपनी उपस्थिति आते समय एवं जाते समय दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि संभाग के सभी जिलों में यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालय समय से खुलें और समय से बंद हों। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रत्येक माह अभिभावकों की बैठक आयोजित की जाए एवं उन्हें छात्र-छात्राओं की प्रगति से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों की मैपिंग की जाए जिससे कि उनका समय पर छात्रवृत्ति, साइकिल, गणवेश, पाठ्य पुस्तक प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जिस जिले की मैपिंग लक्ष्य के अनुसार कम है उनको कारण बताओं नोटिस जारी किए जाए।
उन्होंने कहा कि कक्षा एक से आठ तक का एनरोलमेंट 8 लाख से अधिक है जो कि अभी तक 90 प्रतिशत हुआ है, शीघ्र ही 100 प्रतिशत का लक्ष्य को पूरा करें। इसी प्रकार कक्षा 9 से 12 का लक्ष्य 3 लाख से अधिक है जो की 92 प्रतिशत किया जा चुका है शेष बचा 8 प्रतिशत लक्ष्य भी तत्काल पूरा करें।
संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण डॉ. मनीष वर्मा ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक संभाग में कक्षा पहली से आठवीं तक 42 लाख से अधिक पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जा चुका है। 9 से 12 तक की विद्यार्थियों को 32 लाख से अधिक पुस्तकों का वितरण किया जा चुका है।
संभागीय कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में बन रहे सी एम राइज विद्यालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें एवं गुणवत्ता के साथ समय सीमा में कार्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि सीएम राइज मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जिससे कि इनके निर्माण होने के पश्चात् विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त विद्यालय भवन एवं अन्य सुविधाओं के साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के निर्माण के समय बिजली फिटिंग, दरवाजे, खिड़की की फिटिंग विशेष रूप से देखी जाए एवं शौचालय में की जाने वाली नल फिटिंग भी देखें जिससे कि कहीं से भी कोई लीकेज या करंट फैलने की संभावना न रहे।
डॉ. रावत ने निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग में जिन शिक्षकों, प्राचार्यों एवं कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति होना है उनकी 6 माह पूर्व सेवानिवृत्ति की सभी पूर्तियाँ पूरी की जावें एवं सेवानिवृत्ति के दिन सभी प्रकार के लाभांश उनको प्राप्त हो सके इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने संभाग के विद्यालयों में आईसीटी लैब के संबंध में जानकारी प्राप्त की एवं कहा कि सभी आईसीटी लैब के माध्यम से विद्यार्थियों को शैक्षणिक अध्ययन कराया जाए एवं अन्य जानकारी भी दी जावे। उन्होंने कहा कि सभी जिले, लंबित पेंशन प्रकरणों की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करें एवं उनका निराकरण करे।