मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में विधान सभा चुनाव 2023 के चुनाव की ईव्हीएम मशीनों व डाक मत पत्र की मतगणना रविवार की सुबह से प्रांरभ हुये जो सामने आए परिणामों के अनुसार सिवनी जिले की दो विधानसभा सीट लखनादौन केवलारी पर कांग्रेस पार्टी तथा बरघाट व सिवनी सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की है।
भाजपा की बरघाट वापसी
अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित बरघाट (114) विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के कमल मर्सकोले 111614 मत पाकर 17585 मतों से विजयी घोषित किए गए है। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी अर्जुन सिंह काकोड़िया को 94029 मत मिले हैं। इस सीट से नोटा को 2195 मत प्राप्त हुए है।
ज्ञात हो कि बरघाट विधान सभा में वर्ष 2018 के चुनाव में 30 वर्ष बाद कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2018 में दो बार भाजपा से जीत हासिल करने वाले कमल मर्सकोले को पार्टी ने अंतिम दिन में टिकिट काटकर नरेश बरकडे को दे दी थी, जिसका परिणाम यह रहा कि इस चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन सिंह काकोडिया ने पिछला 30 साल के रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए बरघाट सीट पर अपना कब्जा जमा लिया। इस बार विस चुनाव 2023 में भाजपा ने कमल मर्सकोले को प्रत्याशी बनाकर अपनी खोयी सीट को वापिस पा लिया है।
सिवनी जिले के इतिहास में तीसरी पारी की मुनमुन राय ने
सिवनी विधान सभा क्षेत्र सीट पर भाजपा से दिनेश राय मुनमुन 116795 मत लेकर तीसरी बार सिवनी सीट से जीत हासिल कर इतिहास रचा है। वहीं इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी आनंद पंजवानी 98377 मतों के साथ 18418 मतों से हार का सामना करना पड़ा है। जबकि गोंगपा के रंजीत वासनिक को 10395 मत मिले हैं। यहां पर नोटा में 2703 मत डाले गए हैं
कांग्रेस जीती केवलारी सीट
मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण केवलारी विस सीट पर कांग्रेस के रजनीश हरवंश सिंह 122814 मत लेकर प्रतिद्वंदी से 33760 मतों से विजयी रहे है। इस सीट से भाजपा के प्रत्याशी राकेश पाल सिंह 89054 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे। वहीं तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रीतम उड़के को 11618 मत मिले हैं। यहां पर नोटा में 2492 मत पड़े हैं। केवलारी विधानसभा सीट स्वर्गीय हरवंश सिंह के नाम से पहचानी जाती रही है। वर्ष 2018 के चुनाव में केवलारी विधानसभी सीट से पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व त्रिविभागीय मंत्री रहे ठाकुर हरवंश सिंह के पुत्र ठाकुर रजनीश को 6679 मतों से हराकर भाजपा प्रत्याशी राकेश पाल सिंह ने विजय हासिल की थी। वहीं वर्तमान 2023 के चुनाव में रजनीश सिंह ने कांग्रेस की खोयी सीट को वापिस लाया है।
लखनादौन में पुनः कांग्रेस का कब्जा बरकरार
अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित लखनादोन सीट में कांग्रेस के योगेंद्र सिंह बाबा ने 114519 मत पाकर 18621 मतों से जीत हासिल की हैं। वही भाजपा के विजय उइके 95898 मत पाकर हार का सामना करना पड़ा है। विजय उईके को 2018 के चुनाव में हार के बाद भाजपा ने 2023 के चुनाव में भी अपना प्रत्याशी बनाया था और इस बार भी लखनादोन सीट से भाजपा को निराशा हाथ लगी है। इस सीट से गोंगपा के संतर बलारी 26692 मत लेकर तीसरे स्थान पर हैं। यहां पर नोटा को 4192 मत मिले हैं।
पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में लखनादोन क्षेत्र से योगेन्द्र सिंह बाबा व भाजपा विजय उईके को चुनाव में उतारा था वे इस बार 2023 के चुनाव में भी आमने-सामने प्रत्याशी के रूप चुनाव लड़े है। पिछले दो चुनाव से कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दल ने अपने प्रत्याशी नहीं बदले है।
Read more – पहले दिन धान बेचने नहीं आया कोई किसान, सिवनी जिले में 66 उपार्जन केन्द्रों पर होना है धान खरीदी