
सांची दुग्ध संघ एवं इंदौर पुलिस क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार को सांची के टैंकर में भरा करीब 16000 लीटर अमानक दूध जप्त किया है।
इसकी कीमत पांच लाख रुपये बताई जा रही है। टैंकर के चालक व कंडक्टर रास्ते में ही असली दूध को खाली कर उसकी जगह मिलावट कर देते थे और सांची प्लांट में पहुंचाते थे। सांची के अधिकारियों द्वारा काफी समय से मिलावटी दूध की शिकायत की जा रही थी। इसके बाद पुलिस ने उक्त कार्रवाई की। पुलिस ने टैंकर के चालक व कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे अन्य की संलिप्तता के संबंध में पूछताछ जारी है।
क्राईम ब्रांच की टीम को सांची दुग्ध संघ के अधिकारियों ने शिकायत की थी कि धार की तरफ से आने वाले सांची दूध के टैंकरों की सील को टैंपरिंग कर असली दूध को निकाला जाता है और इसकी जगह पानी डालकर मिलवट कर खानापुर्ती की जाती है। इस सूचना के बाद लसूड़िया थाना पुलिस के अधिकारियों ने धार से आने वाले सांची के टैंकर का पीछा कर उसे सांची प्लांट के पास पकड़ लिया। इसके बाद खाद्य विभाग व सांची दुग्ध के अधिकारियों को सूचना दी। जांच करने पर टैंकर के दूध में मिलावट पाई गई। पुलिस ने टैंकर चालक कमलेश राजपूत और उसके साथी जितेन्द्र अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित कमलेश पिता सुनुआ राजपूत व जितेन्द्र पिता दयाराम अहिरवार पूछताछ पर बताया कि सांची टैंकर में सेंधवा जामली (सांची दूध सेंटर) से कच्चा असली दूध भरा गया था। ड्राइवर व कंडक्टर ने बताया कि वह रास्ते में अलग-अलग ढ़ाबों पर टैंकर की सील से छेड़छाड़ कर दूध बेच दिया देते थे। इसके बाद लेवल बराबर करने के लिए इसमें पानी मिला दिया जाता था। पुलिस आरोपितों से इसमें अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
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