बिहार के मधेपुरा जिले में कुख्यात प्रमोद यादव को पुलिस ने शुक्रवार को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। गैंगस्टर प्रमोद के खिलाफ बिहार के कई जिलों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। मधेपुरा एसपी संदीप सिंह ने पुलिस मुठभेड़ में प्रमोद यादव के मारे जाने की पुष्टि की। प्रमोद पर तीन लाख रुपये का इनाम था।
जानकारी के मुताबिक मधेपुरा जिले में बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा पंचायत के सिंदूरिया टोला में पुलिस ने शुक्रवार को कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव को ढेर कर दिया। घटनास्थल से कार्बाइन एवं अन्य हथियार भी बरामद किए गए। प्रमोद के खिलाफ मधेपुरा, पूर्णिया एवं अन्य जिले के कई थाने में हत्या, लूट, डकैती, पुलिस पर हमला करने जैसे केस दर्ज थे। तीन लाख का इनामी अपराधी करीब एक दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय था।
बताया गया कि एसटीएफ की टीम लंबे समय से जयनारायण यादव के पुत्र प्रमोद यादव की रेकी कर रही थी। शुक्रवार को सूचना मिली कि कुख्यात प्रमोद यादव हथिऔंधा पंचायत के सिंदूरिया टोला अपने गांव में है। सूचना पुष्ट होने के बाद एसपी संदीप सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ और कई थाने की पुलिस उसको गिरफ्तार करने पहुंची।
मजूदर के भेस में पहुंची पुलिस, प्रमोद ने की फायरिंग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर के करीब दो बजे सिंदूरिया टोला की घेराबंदी करने के बाद एसटीएफ की टीम मजदूर के वेश में गांव के अंदर गई। पुलिस के पहुंचने की भनक लगते ही कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव ने फायरिंग शुरू कर दी। पहले से मुस्तैद पुलिसकर्मियों की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। एनकाउंटर में अपराधी प्रमोद यादव (35) ढेर हो गया। एसपी संदीप सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मौके से कुछ हथियार बरामद किए गए हैं। आगे की कार्यवाही की जा रही है।
पत्नी बोली- पति को सरेंडर करने तक का मौका नहीं दिया
वहीं प्रमोद यादव की पत्नी ने कहा कि उनके पति मचान पर सोया हुआ था, तभी कुछ लोग सिविल ड्रेस में आए और उनकी हत्या कर दी. पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके पति को सरेंडर करने तक का मौका नहीं दिया गया. फिलहाल पूर्णिया और मधेपुरा जिला की पुलिस प्रमोद यादव के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है. एसटीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रमोद यादव का रांची के कुख्यात अमन साहू गैंग से भी संबंध था. 2020 में उन्होंने धमदाहा पुलिस पर भी हमला किया था. इसके अलावा उसके खिलाफ हत्या रंगदारी डकैती लूट के कई मामले दर्ज हैं.