तीन दिसम्बर को किशन उर्दक निवासी हिवराकला ने सूचना दिया कि, उसकी बेटी सोनम उर्फ रजना उम्र 25 साल के गर्दन और चेहरे में काफी बड़े-बड़े चोट के घाव है, जिससे सोनम की मृत्यु हो गई है। हत्या कि सूचना पर मौके पर पहुंच कर देखा गया तो जंगल के नजदीक मृतिका का प्लोमड़ी बना हुआ है। झोपड़ी के बाहर मृतिका सोनम उर्फ रजना का खून से सना शव पड़ा मिला। जिसके गले और चेहरे पर किसी धारदार बड़े हथियार से चोट आना लग रहा था।
अति गंभीर घटना एवं क्षेत्र में शाति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए जिला छिंदवाडा के पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने धाना प्रभारी चौरई, निरीक्षक बीभेन्द्र व्यंकट टाडिना के साथ एक टीम का गठन किया और टीम को आवश्यक निर्देश दिए। जांच के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ की संदेहो मोनू उर्फ जय कुमार वर्मा नामक युवक खानाबदोश की तरह घूमता रहता है यह घटना दिनांक से गायब है और वह इस तरह की घटना घटित करने के
लिए प्रमुख रूप से संदेही है। संदेही को घटना स्थल के आसपास देखा भी गया था। जब इस सूचना की तस्दीक की गई तो संदेहो की चांद क्षेत्र में होने को सूचना प्राप्त हुई संदेही को पुलिस
अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई, पूछताछ पर आरोपी ने स्वयं मृतिका के गले पर, चेहरे पर, च अन्य स्थानों पर कई बार करते हुए मौत के घाट उतार देने के बाद कबूला।
झाड़ियों में छिपा दिया था शव
आरोपी ने खून से लथपथ हत्या के हथियार को पेड़ के नीचे झाड़ियों में छुपाकर रख दिया और स्वंद के खून से लमपम कपड़े को अपने घर में छुपाकर रख दिया। आरोपी के बताए अनुसार घटना को अंजाम देने में उपयोग किया हथियार लोहे का धारदार रक्त रजित बसूला पुलिस ने जब्त किया है। पुलिस अधीक्षक ने इस सफलता पर टीम को 10 हजार रुपए के नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।