बीते दिनों देश के दूर- दराज गांवों में सीएससी के जरिए APAAR की शुरुआत की गई APAAR यानी Automated Permanent Academic Account Registry.
APAAR का उद्देश्य है
One nation, One Student ID’, APAAR की संकल्पना नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP, 2020) के तहत की गई है जिसमें कॉलेज यूनिवर्सिटी जाने वाले सभी छात्रों को ABC यानी एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स पर पंजीकरण करना जरुरी है. नए नियम के मुताबिक किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए ABC ID होना जरूरी है. इस सेवा के लिए छात्र को कहीं और जाने की जरूरत नहीं है बल्कि यह नजदीकी सीएससी केंद्र पर उपलब्ध है. सीएससी के माध्यम से इस योजना ।
की शुरुआत करते हुए, श्री संजय कुमार, सचिव-डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन ऐंड लिटरेसी ने कहा, “देश में डिजिटल सेवाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सीएससी के माध्यम से स्कूली शिक्षा में डिजिटल सेवाओं का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं.””हम चाहते हैं कि स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों को तत्काल प्रोविजिनलA PAAR ID प्रदान किया जाए. और इसको आधार से ऑथंटिकेट करके डिजी लॉकर से जोड़ा जाए. सीएससी की मदद से हमें इस काम में बड़ी मदद मिल सकती है. वीएलई के लिए हम सेवा में एक बिजनेस मॉडल पर विचार कर रहे हैं. यह प्रणाली स्कूली बच्चों की शिक्षा और भविष्य में उनकी उच्च शिक्षा को अधिक पारदर्शी और आसान बनाएगा.” इस मौके पर सचिव- डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन, श्री के, संजय मूर्ति नेसरकार द्वारा शुरु किए गए नए प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मोंसमर्थ और स्वयं के महत्व पर प्रकाश डाला ।
उन्होंने इस बात डिजिटल सशक्तिकरण पर जोर दिया कि छात्रों के लाभ के लिए समर्थ, स्वयं और दीक्षा (स्कूल स्तर पर) के लाभ उठाने पर जोर दिया जा रहा है कार्यक्रम में सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए, सीएससी एसपीवी के एमडी-सीईओ, संजय राकेश ने बताया, “APAAR ID को लोकप्रिय बनाना इस समय बड़ी जरुरत है. हमारे वीएलई स्कूलों में जाएं और जरूरत पड़ने पर वहीं पर छात्रों का नामांकन करके उनको APAAR ID प्रदान करें “बहुत से ऐसे स्कूल हैं जिनके पास ऑनलाइन सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचा नहीं है. इस संबंध में सीएससी वीएलई इनकी बड़ी मदद सकते हैं.”
ABC की खास बातें
एकेडमिक बैंक स्टूडेंट का एकेडमिक रिकॉर्ड रखने, खोलने, बंद करने, उसे वैरीफाई करने के लिए जिम्मेदार होगा इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स जिन कोर्सेस में एडमिशन ले सकते हैं उनमें ऑनलाइन और डिस्टेंस मोड के कोर्स भी शामिल है. इसकी मदद से ये सीधे किसी कोर्स के सेकेंड ईयर में एडमिशन ले सकते हैं.