
Madhya Pradesh News-मध्य प्रदेश में अब कोई भी जिला कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रेड जोन में नहीं है। जिलों में कोरोना संक्रमण दर पांच फीसद से काम हो चुकी है। राज्य कोरोना संक्रमण से तेजी से बाहर निकल रहा है।अनलाक में कोरोना नियमो का पालन करना चाहिए। भोपाल में जिस तरह कोविड सेफ्टी टीम काम कर रही है, उसे अन्य जिलों में भी लागू किया जाए। टीकाकरण तेजी के साथ हो, इस पर ध्यान देना जरूरी है।
यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कही। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये से हुई समीक्षा में उन्होंने कहा, सभी प्रभारी मंत्री और अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके प्रभार के जिलों में अनलाक की प्रक्रिया में कोरोना गाइडलाइन का पालन होना सुनिशित करें।
वैक्सीनशन बढ़ाने के साथ-साथ प्राथमिकता वाले समूहों पर ध्यान दिया जाए। अब किसी भी स्थिति में संक्रमण नहीं बढ़ना चाहिए।
आलीराजपुर, झाबुआ तथा कटनी जिलों में कोरोना का कोई नया प्रकरण नहीं आया है। वहीं भिंड, मंडला, सिंगरौली तथा टीकमगढ़ में एक-एक प्रकरण आए हैं। तीस जिलों में कोरोना की साप्ताहिक औसत संक्रमण दर एक फीसद से कम है तो 22 जिलों में एक से पांच फीसद तक है। कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने में किल कोरोना अभियान का बड़ा योगदान है। यह ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लगातार चलता रहे और इसकी निगरानी भी हो।
तीन जिलों में ही बीस से ज्यादा प्रकरण
बैठक में बताया गया प्रदेश के तीन जिलों इंदौर, भोपाल तथा जबलपुर में ही कोरोना के बीस से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 287, भोपाल 183 और जबलपुर में 71 प्रकरण आए हैं। इंदौर की साप्ताहिक संक्रमण दर 4.9, भोपाल की 3.8, जबलपुर की 1.8 और ग्वालियर की 1.4 फीसद है। प्रदेश की औसत साप्ताहिक संक्रमण दर 1.7 फीसद है।
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