
शिवराज सिंह चौहान सरकार के कैबिनेट का विस्तार हुआ। गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ल और राहुल सिंह लोधी को शनिवार सुबह पौने नौ बजे मंत्री पद की शपथ ली। राहुल सिंह लोधी को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। बाकी दोनों को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा।
शिवराज सरकार का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तीन मंत्रियों को शपथ दिलवाना काफी अहम माना जा रहा है। बीजेपी ने विंध्य, महाकोशल और बुदेलखंड अंचल से एक-एक मंत्री बनाकर जातिगत और भौगोलिक समीकरण साधने का प्रयास किया है।
एक मंत्री पद की जगह अभी भी खाली
शिवराज कैबिनेट में इस समय 31 सदस्य हैं। नियमों के अनुसार अभी चार मंत्री बनाए जा सकते हैं। चौथे मंत्री के तौर पर बीजेपी किसी आदिवासी या अनुसूचित जाति के विधायक को शपथ दिलवाना चाहती थी, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई। शपथ कार्यक्रम टलने के कारण केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भोपाल एक्सप्रेस से ग्वालियर जाने का अपना कार्यक्रम आखिरी समय में टाल दिया।
उमा भारती का रहा दबाव
बता दें कि राहुल सिंह लोधी राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं और खरगापुर से विधायक हैं। राहुल पहली बार के विधायक है, इसलिए उनके नाम पर पार्टी नेता असहमत थे, लेकिन उमा भारती के दबाव में राहुल का नाम मंत्री पद के लिए तय किया गया। ग्वालियर से लाल सिंह आर्य का नाम चर्चा में आया था, लेकिन उनके नाम पर भी सहमति नहीं बनी।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने दिलवाई शपथ
तीनों मंत्रियों को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने शपथ दिलवाई। इस समय सीएम शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे। राज्य के संवैधानिक मानदंडों के अनुसार संख्या 35 तक जा सकती है, जो कि 230 सदस्यों वाली एमपी विधानसभा का 15 प्रतिशत है। इससे पहले शिवराज चौहान के मंत्रिमंडल का आखिरी विस्तार जनवरी 2021 में हुआ था।
चार बार के विधायक हैं राजेंद्र शुक्ला
राजेंद्र शुक्ला विंध्य क्षेत्र के रीवा विधानसभा से 4 बार के विधायक हैं। शुक्ला पहले भी मध्य प्रदेश सरकार में वाणिज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। वहीं, गौरीशंकर बिसेन राजपूत जाति से आते हैं। वह बालाघर विधानसभा से विधायक हैं। हाल ही में बीजेपी ने 230 सीटों वाली राज्य विधानसभा के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी
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