मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित मनरेगा कार्यालय में जॉब कार्ड बनवाने के लिए 500 रुपये की मांग किए जाने पर मंगलवार को ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस अप्रत्याशित हंगामे से कार्यालय में अफरातफरी मच गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा कार्यालय के कर्मी जॉब कार्ड बनवाने के लिए प्रति कार्ड 500 रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं। साथ ही, कार्यालय निर्धारित समय पर नहीं खुलता, जिससे दूर-दराज से आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मुखिया पप्पू शर्मा, प्रेमचंद्र कुमार शर्मा, मुखिया प्रतिनिधि मदन मंडल, संजय यादव, अनिल उर्फ़ गुड्डू यादव, संजना देवी, सुमन देवी, और मुकेश कुमार ने आरोप लगाया कि जॉब कार्ड और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए कर्मियों द्वारा रिश्वत मांगी जाती है। उन्होंने बताया कि कार्यालय का खुलने का समय सुबह 10 बजे है, लेकिन 11 बजे तक भी ताला लगा रहता है। इससे दूर-दराज से भूखे-प्यासे लोग जॉब कार्ड बनवाने के लिए बार-बार चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
इस संबंध में मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी बिंदु कुमारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ मिला। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने उच्च अधिकारियों से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है, ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके और कार्यालय समय पर खुल सके।