Corona vaccine -1 मई से लागू हुई नई वैक्सीन पॉलिसी के बाद प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लगाया जाने लगा है. लेकिन प्राइवेट अस्पतालों के लिए तय किए गए 250 रुपये के दाम से यह खर्च करीब 5 से 6 गुना तक बढ़ गया है. अगर आप किसी प्राइवेट अस्पताल से कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने की सोच रहे तो इसके लिए आपको 700 से 900 रुपये प्रति डोज़ खर्च करना होगा. जबकि कोवैक्सीन के लिए यह खर्च 1,250 से 1,500 रुपये प्रति डोज़ है. बता दें कि कोविशील्ड की मैन्युफैक्चरिंग सीरम इंस्टीट्यूट करती है, जबकि कोवैक्सीन को भारत बायोटेक तैयार करती है. देश के चार सबसे बड़े कॉरपोरेट हॉस्पिटल्स ग्रुप ही प्राइवेट सेक्टर वैक्सीनेशन का काम कर रहे हैं.ये ग्रुप अपोलो, मैक्स, फोर्टिस और मनिपाल है.
दुनियाभर में अधिकतर देश अपने नागरिकों को बिल्कुल मुफ्त में वैक्सीनेशन मुहैया करा रहे हैं. भारत उन चंद देशों में है, जो दोनों मॉडल को अपना रहा. प्राइवेट सेक्टर में वैक्सीन खर्च की बात करें तो भारत में यह भी कई देशों की तुलना में ज्यादा है.
प्राइवेट अस्पतालों में बढ़ा वैक्सीनेशन चार्ज
वैक्सीनेशन के पहले दो चरण के दौरान केंद्र सरकार 150 रुपये प्रति डोज़ पर वैक्सीन खरीदकर राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों के जरिए लगवा रही थी. प्राइवेट सेक्टर को प्रति डोज़ 100 रुपये वैक्सीनेशन चार्ज के तौर पर वसूलने की छूट थी. उस दौरान ये अस्पताल 100 रुपये प्रति डोज वैक्सीनेशन चार्ज पर सहमत भी हुए थे. लेकिन अब अधिकतर अस्पताल कोविशील्ड लगाने के लिए 250 से 300 रुपये प्रति डोज़ वैक्सीनेशन चार्ज के तौर पर वसूल रहे हैं.
प्राइवेट अस्पतालों में कैसे 900 रुपये तक पड़ रहा वैक्सीनेशन का खर्च
मैक्स अस्पताल के प्रवक्ता के हवाले से mpnews.live ने लिखा है कि जीएसटी और ट्रांसपोर्टेशन खर्च मिलाकर उन्हें कोविशील्ड का खर्च 660 से 670 रुपये पड़ रहा है. 5 से 6 फीसदी वैक्सीन बेकार हो जा रहे हैं. इस प्रकार प्रति वैक्सीन डोज़ का खर्च करीब 710 से 715 रुपये प्रति वैक्सीन पड़ रहा है. वैक्सीन लगाने के लिए 170 से 180 रुपये का चार्ज वसूला जा रहा है. इसमें हैंड सेनिटाइजर, स्टाफ के लिए पीपीई किट्स, बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल आदि का खर्च शामिल है. इस प्रकार कोविशील्ड का नेट कॉस्ट 900 रुपये तक पड़ रहा है.
अलग-अलग शहरों के प्राइवेट अस्पातल में वैक्सीनेशन का खर्च
कोविशील्ड | ||
अस्प्ताल | शहर | वैक्सीन चार्ज |
एचएन रिलायंस | मुंबई | 700 रुपये |
अपोलो | दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता | 850 रुपये |
मैक्स | दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई | 900 रुपये |
कोवैक्सीन | ||
अस्प्ताल | शहर | वैक्सीन चार्ज |
यशोदा अस्पताल | हैदराबाद | 1,200 रुपये |
फोर्टिस | दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, जयपुर | 1,250 रुपये |
अपोलो | हैदराबाद, चेन्नई | 1,250 |
एचएन रिलायंस | मुंबई | 1,250 रुपये |
मनिपाल | गोवा, बेंगलुरु | 1,350 रुपये |
बीजीएस ग्लेनलीस अस्पताल | बेंगलुरु | 1,500 रुपये |
वूडलैंड्स अस्पताल | कोलकाता | 1,500 रुपये |
राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं
इस बीच कई राज्य वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री का अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उनके पास 4 से 5 दिनों के लिए ही वैक्सीन का स्टॉक है. दिल्ली में हर रोज करीब 1 लाख वैक्सीन डोज़ लगाया जा रहा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा है कि 26 मई तक उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन नहीं उपलब्ध हो सकेगी.
तेलंगाना में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की वजह से केवल 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगाया जा रहा है. केरल सरकार का भी कहना है कि उसने 1 करोड़ वैक्सीन ऑर्डर दिया था. इसमें 75 लाख कोविशील्ड और 25 लाख कोवैक्सीन था. लेकिन उन्हें केवल 3 लाख ही मिल सके.
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