माताजी के परिवार से मिलने पर कंट्रोल रूम टीम भी हो गई भावुक
सागर/ आज दिनांक 23/ 11/ 24 के दोपहर लगभग 12:00 बजे किशन बाथम ने पुलिस कंट्रोल रूम में आकर उप निरीक्षक आरकेएस चौहान को बताया कि मेरी बुजुर्ग माताजी ग्वालियर से 21/11/24 को बस में बैठकर 22/11/24 की सुबह सागर आई थी परंतु घर नहीं पहुंची है कल सुबह से सागर में ही कहीं गुम हो गई है मिल नहीं रही है मेरी मदद करो शायद मेरी मां सुधबुध भूल गई है कभी कभी उनको कुछ भी याद नहीं रहता है कि कहां जा रहे हैं
उक्त सूचना से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर श्री लोकेश कुमार सिन्हा को अवगत करवाया गया जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा तुरंत टीम लगाकर माताजी का पता लगाने हेतु निर्देशित किया गया निर्देशानुसार
सीसीटीवी टीम को सीसीटीवी से देखने हेतु लगाया गया कुछ ही देर में माताजी सीसीटीवी फुटेज में 22/11/24 की सुबह बस स्टैंड के सामने कृष्णगंज चौराहे पर सामान लिए बैठे दिखाई दी जिससे यह अंदाजा लग गया कि माताजी सागर तक सकुशल आ गई है आगे सीसीटीवी में माताजी नहीं दिखी जिससे उनका पता नहीं मिल पा रहा था कि किधर गई होगी कंट्रोल रूम की टीम द्वारा तत्काल सभी थानों एवं सोशल मीडिया पर माताजी का फोटो वायरल कर जिले के समस्त थाना एवं मोबाइलों को माता जी के मिलने पर सूचना देने हेतु अनुरोध किया गया एवं लगातार कैमरे देखने से ज्ञात हुआ की माताजी कटरा होते हुए आगे निकल गई हैं कोतवाली मोती नगर के चीता मोबाइलों को सक्रिय किया गया आज दिनांक 23/11/24 को लगभग शाम 4:00 बजे माताजी आरक्षक सत्येंद्र को मोती नगर के पास मंदिर में बैठी दिखाई दी आरक्षक द्वारा माताजी का फोटो भेज कर कंफर्म किया कि यह वही माताजी है क्या कंफर्म होने पर उनके बेटे बहु एवं नाती को बुलाकर माताजी से सीसीटीवी कंट्रोल रूम में मिलवाया सभी लोग बहुत भावुक हुए इतनी सर्दी में माताजी लगभग 36 घंटे अकेली रोड पर रही माताजी के बेटे बहु एवं नाती द्वारा पुलिस को बहुत धन्यवाद दिया एवं खुशी-खुशी अपने घर वापस गए माताजी द्वारा परिवार से मिलकर पुलिस कंट्रोल रूम की पूरी टीम की बहुत आशीष दिया माताजी से परिवार का मिलना कंट्रोल रूम टीम के लिए भी बहुत भावुक क्षण था सभी को लग रहा था जैसे उनके ही परिवार के सदस्य मिल गए हो
उक्त कार्य में कंट्रोल रूम से उप निरीक्षक आर के एस चौहान,महिला प्रधान आरक्षक रेखा रजक,महिला प्रधान आरक्षक अंजुम बानो, थाना मोतीनगर से आरक्षक सत्येंद्र सिंह राजपूत डायल 100 चालक रोहित रजक की सराहनीय भूमिका रही।