
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में फ़रार माफ़िया अतीक़ अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद और उसके सहयोगी गुलाम को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने एनकाउंटर में मार गिराया. दोनों पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था. इनका एनकांउटर झांसी (Jhansi) में किया गया. एसटीएफ के दावा है कि इनके पास से विदेशी हथियार बरामद हुए हैं.
इस एनकाउंटर के संबंध में यूपी पुलिस ने जानकारी दी कि असद पुत्र अतीक अहमद और गुलाम पुत्र मकसूदन, दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वॉन्टेड थे. इन दोनों ने आरोपियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए गए. दोनों के पास से विदेशी कई हथियार बरामद किए गए है.
माफिया अतीक अहमद का बेटा और पांच लाख का इनामी असद उसका साथी गुलाम गुरुवार को झांसी में एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हो गए। 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सुलेम सराय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी।वारदात के बाद असद सहित पांच अभियुक्तों पर पांच पांच लाख का इनाम घोषित किया गया था। बताया गया है कि 15 दिन तक दिल्ली में पनाह लेने के बाद भाग निकले थे। मगर दिल्ली में पकड़े गए असलहा तस्कर और ड्राइवर से मिले सुराग के आधार पर डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार की टीम ने पूछताछ के बाद दोनों का पीछा किया और मुठहेड़ में मार गिराया।
24 फरवरी को सुलेम सराय में जीटी रोड पर अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर पर अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम, साबिर, अरमान और विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ताबड़तोड़ गोली तथा गुड्डू मुस्लिम ने बम मारे थे।
बता दें कि उमेश पाल की हत्या के तीसरे रोज पुलिस ने शूटरों की कार के ड्राइवर अरबाज को नेहरू पार्क के जंगल मे मार गिराया था। कुछ दिन बाद एक और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी।
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