
अभी कुछ दिन पहले ही Amul व PETA में वीगन(vegan) दूध को लेकर विवाद हुआ था।दरसल PETA ने देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी Amul से वीगन दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स(dairy products) का बिज़नेस शुरू करने के लिए कहा था जसीके बाद दो बड़ी संस्थाओं में विवाद खड़ा हो गया था।अब ये विवाद और आगे बढ़ गया है और Amul ने PETA पर प्रतिबंध लगाने ने प्रधामंत्री से निवेदन किया है।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक इस विवाद के बाद अमूल के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा जिसमे यह निवेदन किया गया कि PETA पर प्रतिबंध लगाया जाए।उनका कहना है कि PETA का मूल उद्देश्य विदेशी कंपनियों द्वारा बनाये जाने वाले सिंथेटिक मिल्क का प्रचार प्रसार करना है।
उन्होंने पत्र में ये भी लिखा कि PETA इस व्यवहार से भारत के डेयरी सेक्टर की बदनामी हो रही है और इसका गंभीर असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।आपको बताते चलें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक व डेयरी प्रोडक्ट्स का निर्यातक देश है।ऐसे में भारत का डेयरी सेक्टर ने सिर्फ भारत मे बल्कि पूरी दुनिया काफी बड़ा और महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
क्या है Amul और PETA में विवाद?
दरसल PETA India चाहता है कि Amul वीगन मिल्क यानी डेयरी मुक्त दूध का उत्पादन शुरू करदे और सिंथेटिक मिल्क के बाजार में अपना हाथ आज़माये।PETA India का सुझाव है कि देश की आबादी को देखते हुए व पशु व पर्यावरण के कल्याण हेतु Amul को वीगन मिल्क को बढ़ावा देना चाहिए।
Amul ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि PETA सिंथेटिक मिल्क को बढ़ावा देके 10 करोड़ लोगों की आजीविका को बर्बाद करना चाहता है।भारत मे डेयरी सेक्टर से करोड़ों लोग जुड़े हुए और देश के किसी भी कोने में जानवरों के साथ क्रूरता नहीं की जाती।भारत मे सभी लोग चाहे वो इस सेक्टर से जुड़ें हो या न वे पाशों को अपने परियर का सदस्य मानते है और हमारी संस्कृति भी हमे यही शिक्षा देती है।
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