बैतूल । संवाददाता गोविन्द हरसुले
मध्य प्रदेश बैतूलः-विक्रमी संवत 1455 सन् 1398 जेष्ठ मास की पूर्णमासी को सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में असंख्य ब्रह्मांड के मालिक कबीर परमेश्वर जी जीव ऊद्धार के लिए सतलोक से चलकर इस धरातल पर एक लहरतारा तालाब में कमल के फूल पर प्रकट हुए थे। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष परमेश्वर कबीर साहेब जी का प्रकट दिवस मनाया जाता है। इस बार परमेश्वर कबीर जी का 627 वा प्रकट दिवस जेष्ठ महीना की शुक्ल पक्ष पूर्णमासी 20 जून से 22 जून 2024 तक नेशनल हाईवे 69, उड़दन स्थित बैतूल सहित भारत के 11 सतलोक आश्रमो में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में मनाया जायेगा, जिसमे महाविशाल भव्य कार्यक्रम तथा महाविशाल निःशुल्क शुद्ध देशी घी से निर्मित पापनाशक भंडारे का आयोजन होगा। जिसमे लाखों लोग तीन दिन तक शिरकत करेंगे। बिना प्रशासन के अनुशासन को अगर देखा जाए तो दुनिया का एक मात्र स्थान सतलोक आश्रम है। अगर हम पिछले समागम 18 मार्च 2024 संत गरीबदास जी महाराज के बोध दिवस की बात करें, तो बड़े ही शांतिपूर्वक महा विशाल भंडारा संपन्न हुआ था।
जिसमे संत रामपाल जी के शिष्यों ने अपनी स्वइच्छा से 562 यूनिट रक्त दान तथा 5218 लोगों ने देहदान संकल्प का फार्म भरा था। साथ ही 52 जोड़ों का बिना दान दहेज़ तथा फिजूल खर्चों से बचकर मात्र 17 मिनट में गुरु वाणी से रमैनी (शादी) हुईं थीं। संत रामपाल जी महाराज अपनी वाणी में कहते हैं। जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा। हिंदू, मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा। 20 जून से 22 जून तक होने वाले महासमागम में आइए जानते हैं, क्या-क्या तैयारी होंगी, सतलोक आश्रम बैतूल में तीन दिवसीय निःशुल्क विशाल भंडारे में शुद्ध देशी घी और मिठाईयों से निर्मित होगा, कबीर भंडारा।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में भव्य समागम का आयोजन 20, 21 व 22 जून 2024 को किया जा रहा है।
तीन दिवसीय महासमागम में होंगे रंगा रंग भव्य कार्यकम, संत रामपाल जी महाराज के मुखार बिंद से सतग्रंथ साहेब का होगा अखंड पाठ का उच्चारण
आज से 600 वर्ष पहले परमेश्वर कबीर जी द्वारा की गई लीला को झांकियों द्वारा दर्शाया जाएगा। सैकड़ों की संख्या में बिना दान दहेज़ के सादगी पूर्ण गुरु वाणी द्वारा होंगी शादियां। महासमागम में रक्त दान का शिविर लगाया जाएगा, जिसमे हजारों यूनिट रक्त दान होगा।