
मुस्लिम देशों के लीडर सऊदी अरब(Saudi Arabia) ने मस्जिदों में लगने वाले लाउडस्पीकर(loudspeaker) को लेकर एक एहम और कड़ा फैसला लिया है जिसने कई इस्लामिक देशों को सकते में दाल दिया है।इस फैसले से मुस्लिम आबादी के बीच असमंजस की स्थिति है।
दरअसल मस्जिदों में लाउडस्पीकर हमेसा से ही विवादों से घिरे रहें है और इनको लेके के बार बवाल भी हो चुके है।अब एक बार फिर से सऊदी ने इनको लेके एक ऐसा फैसला सुनाया है कि दुनिया भर के लुस्लिमों में कौतूहल की स्तिथि है।
क्या है सऊदी का फैसला?
सऊदी अरब ने हाल ही में ये फैसला लिया है कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को सीमित कर दिया जाए।मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर्स को सिर्फ और सिर्फ अजान और इक़ामत के लिए ही इस्तेमाल करने का आदेश दिया है।
इसके साथ ही सऊदी की सरकार ने यह भी आदेश दिया है कि स्पीकर्स की आवाज(volume) को उसकी क्षमता का एक तिहाई रखा जाए और जो भी इन नियमों का पालन नही करेगा उसे कानूनी करवाई का सामना करना पड़ेगा व दंड भी भुगतना पड़ेगा।
सऊदी की सरकार की तरफ से इस्लामिक मामलों के मंत्री अब्दुल्लतीफ अल-शेख(Abdullatif-Al-Shekh) ने एक पूरा सर्कुलर(circular) जारी किया है जिसमें सभी प्रकार की जानकारी सांझ की गई है।इस फैसले को लेके सऊदी में दो साल से मंथन चल रहा था लेकिन चूंकि ये लोगो की आस्था एवं भावनाओ का विषय था इसलिए बाद सोच समझकर इस कड़े फैसले को लिए गया।हालांकि इस फैसले से कई मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन गुस्से में हैं।
भारत मे क्या है स्तिथि?
वैसे तो भारत एक इस्लामिक देश नही है लेकिन भारत मे भी मुस्लिमों की एक विशाल जनसंख्या रहती है त्तथा भारत मे भी लाखों मस्जिदें है।भारत मे भी मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर्स के खिलाफ कई बार आवाज़ उठी है और कई बार विवाद भी हो चुके है।
लेकिन भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र(democracy) है और यहां जनता ही सब कुछ है इसलिए भारत मे किसी की भी आवाज़ को दबाया नही जाता साथ ही सभी की भावनाओ को ध्यान में रखा जाता है।भारत मे सभी धर्म के लोग पूरी स्वतंत्रता से अपने धर्म के प्रति अपनी आस्था और भावनाओं को खुल के व्यक्त कर सकते ।और यही सब कारण है कि भारत एक महान देश था ,है और रहेगा।
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