
भारत मे कोरोना की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचाई है और अब भी हालात पूरी तरह से काबू में नही आएं है।भारत मे कोरोना की दूसरी लहर का कारण कोरोना का डेल्टा वैरिएंट(Delta Variant) था जो बेहद तेजी से फैलता था व बेहद खतरनाक था।भारत अभी डेल्टा वैरिएंट से पूरी तरह से छुटकारा भी नही पा पाया था कि भारत मे Delta+ variant ने दस्तक दे दी।
ये बात तो अब पूरी दुनिया को पता ही है कि कोरोना कितनी जल्दी और कितने प्रकार से अपना रूप बदलता है और उसके जितने भी नए रूप होते है वो पहले वाले से ज्यादा खतरनाक व ज्यादा संक्रामक होते है और यही कारण है कि दुनियाभर में अलग अलग कोरोना वैरिएंट्स ने भारी तबाही मचाई है और इन्हीं कोरोना वैरिएंट्स में से एक डेल्टा वैरिएंट ने भारत मे कोहराम मचाया था।
जाने डेल्टा प्लस वैरिएंट के बारे में सब कुछ
Delta+ variant कोई नया वैरिएंट नही है बल्कि ये भारत मे तभाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट का ही नया रूप है।डॉक्टर्स इसको लेके बेहद चिंतित है क्योंकि एक तो पहले से ही डेल्टा वैरिएंट ने नाक में दम कर रखा है और अब इसका नया रूप पहले से भी ज्यादा खतरनाक है।
हालांकि की अभी ये नही कहा जा सकता कि ये वैरिएंट बीमारी को फैलाने में कितना घातक साबित होगा लेकिन इतना जरूर अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि मानव शरीर के लिए ये पहले से ज्यादा घातक साबित हो सकता है।डॉक्टर्स ने ये भी दावा किया है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल(Monoclonal Antibody Cocktail) दवा का भी असर नही होगा।
क्या है मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल?
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल एक प्रकार की दवा है जिसे कोरोना के इलाज में उयोग किया जाता है।इसे भारत मे हाल ही में मंजूरी मिली है।ये दवा तब दी जाती है जब मरीज की हालत बेहद नाजुक व क्रिटिकल होती है।