अभी कुछ समय पहले ही हमने आपको बताया था कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर पहुँच चुका होगा लेकिन उस वक्त यह सिर्फ आंकलन था लेकिन अब यह पूरी तरह से सार्वजनिक हो चुका है कि भारत ने इतिहास रचते हुए अपना विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार पहुँचा दिया है।
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया(Reserve Bank Of India) के आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पिछले खत्म हुई हफ्ते के बाद भारत का Forex Reserves 600 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया।पिछले खत्म हुई हफ्ते में भारत के Forex Reserves india में 6.842 डॉलर की बड़ी वृद्धि देखी गयी जिसके बाद भारत ने अपने इतिहास में पहली बार 600 अरब डॉलर के आंकड़े को छुआ।
क्या कारण है Forex Reserves के बढ़ने का?
विदेशी मुद्रा भंडार(Foreign Exchange Reserves) बढ़ने के कई कारण होते है लेकिन किसी भी देश के Forex Reserves बढ़ने का प्रमुख कारण विदेशी निवेश होता है जिसे हम लोग कई बार फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट(Foreign Direct Investment)भी कहते हैं।भारत के भी Forex Reserves india के बढ़ने का प्रमुख कारण FDI ही है।पिछले एक वर्ष में भारत मे विदेशी निवेशकों ने जमकर निवेश किया है भारत मे विदेशी निवेश ने नए रिकॉर्ड बनाये हैं।
इसका दूसरा बड़ा कारण है फॉरेन करेंसी एसेट्स(Foreign Currency Assets) जो कि Forex Reserves में एक बड़ा हिस्सा रखता है।FCA में प्रमुखता विदेशी करेंसी होती हैं जैसे डॉलर,यूरो,येन आदि।भारत के निर्यात में बढ़ोतरी को भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है।अब जाहिर सी बात है जिस भी देश का निर्यात जितना ज्यादा बढ़ेगा उसके पास उतनी ज्यादा विदेशी मुद्रा आयेंगी।
दुनिया मे सबसे ज्यादा Forex Reserves रखने वाला चौथा देश बना भारत
605 अरब डॉलर के Forex Reserves india के साथ भारत दुनिया का चैथा सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाला देश बन गया।इस सूची में भारत रूस के साथ चौथे स्थान पर है तो सिंगापोर तीसरे,जापान दूसरे अथवा चीन पहले स्थान पर है।