
आये दिन दुनियाभर में रह रहे भारतीय अपनी उपलब्धियों से भारत का नाम विभिन्न छेत्रों में ऊँचा करते रहते हैं।भारतीयों की उपलब्धियों को बताते हुए हमें बेहद खुशी होती है।अब ऐसी ही एक उपलब्धि भारतीय मूल के समीर बनर्जी नें विंबलडन में हासिल करके भारत का नाम रोशन किया है।दरअसल भारतीय मूल के अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी समीर बनर्जी ने लड़कों का एकल खिताब जीतकर इतिहास रच दिया।
अमेरिका के विक्टर लिलोव को हराया
समीर बनर्जी ने जुनियर ग्रैंड स्लैम के फाइनल में हमवतन यानी अमेरिका के विक्टर लिलोव को हराकर यह उपलब्धि हासिल की।उन्होंने विक्टर लिलोव को सीधे सेटों में हरा दिया और जूनियर ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया।उन्होंने एक घंटे 22 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले में लिलोव को 7-5,6-3 से शिकस्त दी।समीर के माता-पिता भारत से अमेरिका 1980 के दशक में चले गए थे और वहीं बस गए।
विंबलडन में इन भारतीयों ने जीता ग्रैंड स्लैम
आपको बता दें कि भारत की ओर से विंबलडन में सबसे पहला जूनियर ग्रैंड स्लैम रामनाथन कृष्णन ने 1954 में जीत था।युकी भांबरी ने वर्ष 2009 में ऑस्ट्रेलिया ओपन जीता था इसी के साथ वे जूनियर एकल खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे।हालांकि भारत के सुमित नागल ने वयतनाम के ली होआंग के साथ वर्ष 2015 में विंबलडन में लड़कों का युगल खिताब जीता था।सुमित बनर्जी 2009 के बाद से पहले भारतीय मूल के खिलाड़ी है जिन्होंने विंबलडन में लड़कों का एकल खिताब जीता है।
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