
भारत और बांग्लादेश के मजबूत रिश्ते किसी से छुपे नही है और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना एक बार फिर से सिद्ध कर दिया है।दरअसल बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार स्वरूप करीब 2600 किलो आम भिजवाये हैं।ये आम भारत और बांग्लादेश की मजबूत दोस्ती के प्रतीक के रूप में भिजवाये गये है।डेली स्टार(Daily Star) अखबार के मुताबिक एक ट्रक आमों के 260 कार्टन लेकर जेसोर में बीनापोल बंदरगाह से बांग्लादेश-भारत सीमा के पार गया।
नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति समेत कई अन्य नेताओं के लिए भी है आम
बांग्लादेश द्वारा भिजवाये गए ये आम भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भारत के राष्ट्रपति, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई अन्य राजनीतिक नेताओं को भिजवाये जाएंगे।बता दें कि कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग के प्रथम सचिव मोहम्मद समीउल कादर ने इन आमों को प्राप्त किया।खबरों के मुताबिक ये आम हरिभंगा प्रजाति के हैं जिन्हें बांग्लादेश के रंगपुर क्षेत्र में उगाये जाते हैं।इन आमों का आकार गोल होता है व ये रेशेदार व बहुत मीठे होते हैं साथ ही एक आम का वजन 500 ग्राम तक होता है।
एशिया में मैंगो डिप्लोमेसी कोई नई बात नही
एशिया में आम की पैदावार सबसे ज्यादा होती है खासकर की दक्षिण एशिया में और यहीं से पूरी दुनिया को आमों का आयात किया जाता है।भारत,बांग्लादेश,पाकिस्तान समेत कई दक्षिण एशियाई देश आमों का आयात करते हैं जिसमे भारत का नाम सबसे ऊपर आता।दुनियाभर में जितनी भी आम की प्रजातियां हैं उनमें से आधे से भी ज्यादा भारत मे पाई जाती हैं।बांग्लादेश में भी आम की अच्छी पैदावार होती है और इसलिए भारत के साथ अपनी मजबूत दोस्ती को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को उपहार स्वरूप आम भिजवाये।
दक्षिण एशियाई देशों के बीच मैंगो डिप्लोमेसी बहुत आम बात है।आम एक बहुत ही मीठा फल है और बेहद लोकप्रिय भी ऐसे में कई देश अपने मित्र देशों को उपहार स्वरूप आम भेजते हैं जिससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में मिठास बनी रहे।अभी पाकिस्तान ने ही कई देशों को मैंगो डिप्लोमसी के तहत आम भेजे थे।हालांकि ये बात अलग है कि अमेरिका,फ्रांस यहां तक कि चीन समेत कई देशों ने पाकिस्तान के आमों को वापस लौटा दिया था।
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