
पिछले दो से तीन महीनों में भारत सरकार द्वारा लाये गए नए IT नियमों पर खूब बवाल चल रहा था और कई इन्हीं नियमों के कारण भारत सरकार का कई बार दिग्गज कंपनियों जैसे Whatsapp,Facebook,Twitter, आदि से विवाद हो चुका है।हालांकि भारत सरकार अपनी बात पर टिकी रही और अंत में ज्यादातर कंपनियों ने इन नियमों को मान लिया और जिन कंपनियों जैसे ट्विटर ने अभी तक इन नियमों को नही माना है वो इसका अंजाम भुगत रहीं है और आगे भी भुगतेंगी।इन नए IT नियमों का असर अब दिखने लगा है।Whatsapp, जिसके माध्यम से सबसे ज्यादा अफवाह और गलत जानकारी सांझा की जाती थी उसने एक महीने में 20 लाख से भी अधिक खातों को बंद कर दिया है और यह अपनी तरह का पहला कदम whatsapp द्वारा उठाया गया है।
क्यों किये Whatsapp ने इतने खाते बैन?
नए IT नियमों के मुताबिक हर कंपनी को थोड़े थोड़े समय में ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी करनी होती है जिसमें उस कंपनी द्वारा अफवाहों,गलत जानकारी व गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए उठाये गए कदमों पर प्रकाश डालना होता है।इसीलिए whatsapp ने अपनी पहली ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि हानिकारक गतिविधियों को रोकने के लिए उसने 15 मई से 15 जून के बीच यानी एक महीने में 20,11,000 खातों पर प्रतिबंध लगाया है।आपको बता दें कि whatsapp ने अपनी इस रिपोर्ट में खुलासा किया है कि दुनियाभर में जितने भी खातों ओर प्रतिबंध लगाया गया है उसमें से 25 फीसदी सिर्फ भारत से हैं।
Whatsapp के लिए भारत बड़ा बाजार
वैसे यह कहना गलत नही होगा कि whatsapp क्या बल्कि कर क्षेत्र की कंपनियों के लिए भारत एक बड़ा बाजार है।दुनियाभर के विशेषज्ञ कह चुकें है कि भारत दुनिया का सबसे उभरता और आकर्षक बाजार है जिसे दुनिया की कोई कंपनी खोना नही चाहती।अब whatsapp को ही ले लीजिए तो पूरी दुनिया में whatsapp के सबसे ज्यादा एक्टिव यूज़र्स भारत में हैं।अब जाहिर सी बात है कि इतने विशाल बाजार को whatsapp खोना नही चाहता इसीलिए व्हाट्सएप्प बड़ी कठोरता और सख्ती से नए IT नियमों का पालन कर रहा है।इसमें भी कोई शक नही है की सबसे तेजी से अफवाह व्हाट्सएप्प के जरिये ही फैलती है और देखते ही देखते गलत जानकारी लाखों करोड़ों लोगों के पास पहुंच जाती है।इसलिए whatsapp ने कठोर कदम उठाने शुरू कर दिया हैं वरना ट्विटर की तरह व्हाट्सएप्प पर भी बड़ी करवाई हो सकती थी।
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