
चीन दिन प्रतिदिन ताइवान को लेके और आक्रामक होता जा रहा है।अब हाल ही में चीन ने अब तक कि सबसे बड़ी घुसपैठ की है।दरअसल चीन ने आने 28 लड़ाकू विमानों को ताइवान की तरफ रवाना कर दिया है।इसको लेके ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बयान आया है कि इस तरह की घटनाएं चीन अब रोज करता रहता है और धीरे धीरे इन घुसपैठों का दायरा और चीन का आक्रामक रवैया बढ़ता ही जा रहा है।
आपको बता दें कि चीन का आने आसपास के सभी देशों के साथ सीमा विवाद चल रहा है।चीन की सीमा विस्तार नीति ने दुनियाभर के देशों को परेशान कर रखा है फिर चाहे वो भारत,जापान हो या रूस ही क्यों न हो चीन का सबके साथ सीमाओं को लेकर कोई न कोई विवाद रहता ही है।अब ऐसा ही कुछ रवैया चीन का ताइवान के साथ भी है बल्कि चीन तो पूरे ताइवान को अपनी जमीन अंता है।जबकि ताइवान अपने आपको एक स्वतंत्र देश मानता।इसी को लेके चीन आये दिन ताइवान को डराया धमकाया करता है।
अमेरिका को दिखाने के लिये चीन कई बार करता है शक्ति प्रदर्शन
दरअसल इस वक्त चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों को लेकर तनाव की स्थिति है और उन्ही में से एक है Taiwan का मुद्दा।अमेरिका और चीन के रिश्ते मौजूदा समय मे काफी खराब हो चुके है क्योंकि अमेरिका ताइवान का खुल के समर्थन करता है जबकि चीन को ये बात बिल्कुल पसंद नही।यहां तक कि अमेरिका Taiwan को चीन के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए हथियार भी बेचता है।
अब अमेरिका कह चुका है कि हम Taiwan की हर स्थिति में मदद करेंगे ऐसे में चीन आये दिन ताइवान में घुसपैठ करके व युद्ध अभ्यास करके अमेरिका के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता रहता है।इस बार भी चीन ने ताइवान की तरफ 28 लड़ाकू विमानों को भेजकर अपने इरादे को साफ कर दिया है और एक बार फिर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है।चीन के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक ताइवान की तरफ आये विमानों में J-16 और J-11 लड़ाकू विमान शामिल थे।
G-7 देशों ने Taiwan को लेके चीन की आलोचना की
अभी हाल ही में ब्रिटेन में G-7 देशों का शिखर सम्मेलन चल रहा था जिसमे कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने शिरकत की थी।G-7 समूह ने भी Taiwan को लेके चीन की आलोचना करी थी व चीन को हिदायत भी दी थी कि सभी विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाए।आपको बता दें कि हाल ही में नाटो भी चीन को लेके चिंता व्यक्त कर चुका यही व चीन को इस वक्त सबसे बड़ा खतरा मान रहा है।