भारत और चीन के बीच LAC पे हुए विवाद को एक साल हो गया है और ये विवाद अभी तक सुलझा नही है।इस विवाद को शुरू चीन ने ही किया था और चीन अब भी इसे सुलझाने के मूड में नही है।चीन लगातार LAC पर तनाव बनाये हुए है।ऐसे में भारत और चीन के रिश्ते पूरी तरह से खराब होने को कगार पर है और इसे सुधारने के लिए चीन द्वारा यदि कोई ठोस कदम नही लिया गया तो इन दोनों पड़ोसी देशों के बीच रिश्ते बेहद खराब हो जाएंगे।
यह बात अब चीन के विशेषज्ञों को भी समझ आ गयी है कि भारत से शत्रुता चीन के लिए घातक साबित हो सकती है और भारत से दुश्मनी किसी भी प्रकार से फायदे का सौदा तो बिल्कुल नही है।इसलिए चीन के विशेषज्ञों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी है कि भारत से दुश्मनी मोल लेना चीन के हित मे नही है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल 1 साल में 10 से भी ज्यादा दौर की वार्ता हो जाने के बावजूद चीन LAC पर विवाद को सुलझा कर तनाव कम करने के मूड में नही है।चीन आये दिन कुछ न कुछ LAC पर ऐसा करता है जिससे india को उकसा सके और तनाव कम होने की बजाय और बढ़ जाये।इसी को लेके चीन के एक जाने माने विशेषज्ञ,अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार व एक वरिष्ठ पत्रकार शी जिआंगताओ ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भारत से दुश्मनी को लेकर आगाह किया है व जल्द से जल्द विवाद सुलझाने को कहा है।उन्होंने ये भी कहा कि चीन को एक कदम आगे बढ़कर भारत के साथ अपने संबंध सुधारने चाहिए।
भारत ने अरबो डॉलर की आर्थिक चोट पहुँचाई चीन को
भारत से दुश्मनी लेके चीन को एक तरफा नुकसान हुआ और उसके सभी इरादों ओर भारत ने पानी फेर दिया।एक तो चीन के india की तुलना में कहीं अधिक सैनिक मारे गये।उसके बाद india ने अपने यहां के कई बड़े बड़े प्रोजेक्ट से चीन को बाहर कर दिया।इतना ही नही सैंकड़ों चीनी ऐप्प भारत सरकार द्वारा बैन कर दिए गए और सबसे बड़ी बात चीन को लेके भारतीयों के मन मे गुस्सा इतना बढ़ की बॉयकॉट मेड इन चाइना का बहुत असर चीन के कारोबार ओर पड़ा।कुल मिलाकर चीन को हाथ तो कुछ नही आया बल्कि अरबों डॉलर का नुकसान जरूर हो गया।